सूरत : पहली बार सूरत धाम से खाटू धाम निकाली जाएगी डाक निशान यात्रा , 50 लोग होंगे शामिल

सूरत शहर से “श्री श्याम प्रचार सेवा संघ डूमस सूरत” ने पहली बार एक खास यात्रा आयोजित की है। यह यात्रा सूरत धाम से खाटू धाम तक होगी। यात्रा 18 फरवरी 2024 को दोपहर 1 बजे श्याम मंदिर सूरत धाम से आरंभ होगी। यात्रा का पंजीकरण 19 सितंबर 2023 को सुबह 11 बजे से शुरू होगा। यह यात्रा कुल 950 किलोमीटर की है और बिना रुके 10 दिनों में खाटूश्याम पहुंचने का आयोजन किया गया है। “श्री श्याम प्रचार सेवा संघ डूमस सूरत” के सूचना एवं प्रचार मंत्री बसंत खैतान ने यह बताया कि इस यात्रा में 2 धार्मिक निशान होंगे – एक बाबा श्याम का और दूसरा सालासर हनुमान जी का। इस यात्रा में सूरत से कुल 50 लोग शामिल होंगे। यात्रा के दौरान “श्री श्याम प्रचार सेवा संघ डूमस सूरत” के संस्थापक संदीप बंसल, अध्यक्ष सुशील बंसल, उपाध्यक्ष रूपेश गोयल, मनोज शेरेवाला, सचिव आशुतोष जैन, सीए सुमित भिवानीवाला, कोषाध्यक्ष दिनेश अग्रवाल, नवीन अग्रवाल, आनंद नारनोलिया, रोहित बंसल, राहुल गुप्ता, अंकित अग्रवाल और मोनू अग्रवाल भी मौजूद थे।

डाक निशान यात्रा का रूट  एवं सेवाएं 

दोस्तों, राजस्थान के बिचिवाडा से शुरू होकर बहुत सारे स्थानों से श्री खाटू धाम जाने वाली एक विशेष यात्रा का आयोजन हुआ है। इस यात्रा में कई बड़े-बड़े शहर शामिल हैं जैसे कि कामरेज, अंकलेश्वर, बडोदा, वासद, डाकोर, मोडासा, शामला जी, और और भी कई। यात्रा के हर पड़ाव पर श्री श्याम के भक्तों और धार्मिक संस्थानों ने बड़े आदर और धूमधाम से स्वागत किया है। यात्रा तब तक बढ़ेगी जब तक कि बाबा की भव्य पालखी यात्रा खाटू धाम के मंदिर में निशान चढ़ाने के लिए निकलेगी।

इस यात्रा में शामिल होने वाले सभी श्री श्याम के भक्तों के लिए एक विशेष बात है कि उनका दस लाख रुपये का दुर्घटना बीमा किया जाएगा। यात्रा के दौरान बाबा की भव्य पालखी यात्रा होगी, भोजन प्रसाद की व्यवस्था यात्रा के सभी दौरान बनी रहेगी, स्लीपर एसी बस से सुविधा दी जाएगी और मेडिकल सुविधाएं भी मौजूद रहेंगी।

पद यात्रियों के लिए व्यवस्था 

गाडि़यों के पीछे रेडियम स्टीकर लगाने की विधि। आधुनिक लाइट्स वाली गाड़ियों का उपयोग करने का तरीका। यात्रियों के साथ मेडिकल टीम की व्यवस्था, खाने-पीने की व्यवस्था की समर्थन करने का तरीका। यात्रा के दौरान आने वाले शहरों, कस्बों, और गांवों में समिति ने आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए संबंधित व्यक्तियों और प्रशासनिक विभागों से सहयोग की व्यवस्था की है।

भव्य पालकी यात्रा एवं  यात्रा का उद्देश्य

तोरन द्वार पर पहुँचने के बाद वहां से बाबा की विशाल पालकी यात्रा खाटू धाम मंदिर की ओर बढ़ेगी। यहां पर आकर सूरत के श्री श्याम प्रेमी बाबा के दरबार में निशान चढ़ाया जाएगा। बाबा श्याम को कलयुग के देवता का अवतार कहा गया है, जो पूरे भारत में धर्म का प्रचार-प्रसार करके लोगों को जोड़ने का मुख्य उद्देश्य रखते हैं। इसी कारण से समिति का नाम “श्री श्याम प्रचार सेवा संघ” रखा गया है।

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