CIBIL score kya hota hai – सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाये

सिबिल स्कोर (CIBIL score) आपकी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति का महत्वपूर्ण प्रमाणक है जिसका उपयोग ऋण प्राप्त करने के लिए वित्तीय संस्थाओं द्वारा किया जाता है। इसलिए, यदि आपकी सिबिल स्कोर अच्छी है, तो आपके पास अच्छी ऋण प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, हम इस लेख में सिबिल स्कोर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने का प्रयास करेंगे, साथ ही आपको सिबिल स्कोर को कैसे बढ़ाएं इसके बारे में भी बताएंगे।

आजकल मार्केट में बहुत सारी वेबसाइट्स जैसे paisabazaar, bankbazaar आदि, फ्री में सिबिल स्कोर बताती हैं लेकिन ये कभी भी खुद सिबिल स्कोर नही बताती हैं इनका experian और equifax जैसी कंपनियों के साथ टाईएफ होता है। इन कंपनियों के पास सिबिल के इतना डाटा अवेलेबल नही होता है इसलिये इनका रिपोर्ट सिबिल के जितना ऑथेंटिक नही होता कुछ गलतियां भी हो सकती हैं। ,लेकिन सिबिल की रिपोर्ट सबसे ज्यादा ऑथेंटिक मानी जाती है।

सिबिल स्कोर क्या होता है?

सिबिल स्कोर (CIBIL score) एक वित्तीय प्रमाणक है जो एक व्यक्ति के व्यक्तिगत वित्तीय इतिहास का मापक होता है। यह उन सभी वित्तीय गतिविधियों को मापता है। जो एक व्यक्ति द्वारा की जाती हैं, जैसे कि ऋण का भुगतान, ऋण के लिए आवेदन, वित्तीय लेन-देन आदि। वित्तीय संस्थाएं एक व्यक्ति के सिबिल स्कोर का उपयोग करती हैं ताकि वे ऋण के लिए पात्रता का निर्धारण कर सकें।

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सिबिल स्कोर की गणना कैसे होती है?

सिबिल स्कोर की गणना करने के लिए, सिबिल (Credit Information Bureau (India) Limited) एक वित्तीय संस्था है। जो ऋण और व्यक्तिगत वित्तीय गतिविधियों की जानकारी संग्रह करती है। सिबिल स्कोर गणना के लिए वे विभिन्न वित्तीय गतिविधियों के आधार पर एक व्यक्ति को गुणांकित करते हैं। सिबिल स्कोर का एकांकित स्केल 300 से 900 तक होता है, जहां 900 सबसे अच्छा स्कोर है और 300 सबसे खराब स्कोर है।

CIBIL Score कैसे खराब होता है

जब कोई व्यक्ति किसी बैंक से या फाइनेंस कंपनी से लोन लेता और उसकी किश्त (ईएमआई)

को समय से नहीं चूका पाता है तो उसका सिबिल स्कोर धीरे -धीरे ख़राब होने लगता है।

बार -बार क्रेडिट स्कोर चेक करने से भी सिबिल स्कोर ख़राब होता है।

कभी -कभी ऑनलाइन किसी प्रोडक्ट्स को  पैसा न होने पर हम क्रेडिट कार्ड या किसी तरीके से किश्त पर ले लेते हैं। और सही समय पर नहीं भर पाते हैं। तो उससे भी हमारा सिबिल स्कोर ख़राब होता है। जब आप अनसिक्योर्ड लोन लेते जैसे -पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन समय से नहीं चुकाते हैं। तो उससे आपका सिबिल स्कोर काफी तेजी से ख़राब होता है।

सिबिल स्कोर (CIBIL score) को बढ़ाने के लिए उपाय

  1. वेतन के बारे में सच्चाई बताएं

सिबिल स्कोर (CIBIL score) को बढ़ाने का पहला कदम यह है कि आप अपनी आय के बारे में सच्चाई रखें। अपने आय के साथ किसी भी वृत्ति को छिपाने की कोशिश न करें। क्योंकि वित्तीय संस्थाएं आपकी सच्चाई को जांच सकती हैं और इससे आपके सिबिल स्कोर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

  1. वित्तीय लेन-देन को संयंत्रित करें

आपके वित्तीय लेन-देन को संयंत्रित करना भी आपके सिबिल स्कोर को बढ़ा सकता है। अपनी ऋणों के भुगतान को समय पर करें और नियमित अंतराल पर अपनी क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करें। वित्तीय संस्थाएं समय पर भुगतान करने वाले ऋणी को अधिक समय तक के लिए ऋण देने के लिए आपके सिबिल स्कोर को सुधारती हैं।

  1. ऋण की संख्या को संयंत्रित करें

अतिरिक्त ऋणों की संख्या को संयंत्रित करना भी आपके सिबिल स्कोर को बढ़ा सकता है। बिना जरूरत के नए ऋण लेने से बचें और एकाधिक क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से परहेज करें। अगर आपको वास्तविक आवश्यकता है, तभी कोई नया ऋण लें। इससे आपका सिबिल स्कोर स्थिर रहेगा और वित्तीय संस्थाएं आपको भरोसा देंगी।

  1. क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें

नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करना आपको अपने सिबिल स्कोर की स्थिति के बारे में जागरूक रखेगा। कभी-कभी त्रुटियां या गलतियां हो सकती हैं। जो आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। यदि आपको किसी त्रुटि का पता चलता है, तो तुरंत संशोधन कराएं और संबंधित वित्तीय संस्था को सूचित करें।

  1. नियमित ऋण व्यवहार का पालन करें

अपनी वित्तीय संबंधों को संयंत्रित रखने के लिए नियमित ऋण व्यवहार का पालन करें। इसमें आपकी क्रेडिट कार्ड खरीदारी को संयंत्रित करना, बिलों का समय पर भुगतान करना, ऋणों के भुगतान को समय पर करना आदि शामिल है। आपके वित्तीय गतिविधियों का नियमित व्यवहार सिबिल स्कोर को सुधारेगा और वित्तीय संस्थाएं आपको अधिक विश्वास देंगी।

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